














यह पदयात्रा राजघाट बनारस से राजघाट दिल्ली तक 2 अक्टूबर से 26 नवंबर 2025 के बीच सर्व सेवा संघ द्वारा आयोजित की गई। सर्व सेवा संघ, जिसकी स्थापना महात्मा गांधी के बलिदान के बाद आचार्य विनोबा भावे के मार्गदर्शन में अप्रैल 1948 में हुई थी, सत्य और अहिंसा पर आधारित शोषण एवं अन्याय-मुक्त सामाजिक व्यवस्था के निर्माण तथा गांधीवादी विचारों के प्रसार के लिए कार्यरत है। गांधी जी और विनोबा जी के आदर्शों को पुनर्जीवित करने और सामाजिक समरसता को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से देश के विभिन्न राज्यों से आए सैकड़ों लोग इस पदयात्रा में शामिल हुए। यह यात्रा 25 नवंबर को मानव मंदिर मिशन, नई दिल्ली में पूज्य आचार्य श्री रूपचंद्र जी महाराज के सान्निध्य में संपन्न हुई, जहाँ श्री अरुण योगी जी ने संस्था के स्वयंसेवकों व ट्रस्टियों के साथ मानव मंदिर मिशन में सभी पदयात्रियों का हार्दिक और भव्य स्वागत किया तथा कार्यक्रम का समन्वयन प्रख्यात दर्शनशास्त्री डॉक्टर अरुण प्रकाश जी ने किया। इस अवसर पर साध्वी कनकलता जी महाराज, साध्वी समताश्री जी महाराज, संस्था के ट्रस्टी श्री सुभाष चंद्र तिवारी जी, खुदाई ख़िदमतगार संस्था के प्रमुख फ़ैसल ख़ान जी, वेदांत दुबे जी, नमन जैन जी, चंदन जी सहित मानव मंदिर मिशन का पूरा स्टाफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम में मानव मंदिर गुरुकुल की छात्रा दिव्या द्वारा बहुत ही सुंदर भजनों की प्रस्तुति की गई जिसे सुनकर सभी श्रोता भाव विभोर हो गए। इस अवसर पर सभी पदयात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई। इस दौरान पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री रूपचंद्र जी महाराज ने विनोबा जी के साथ बिताए अपने प्रेरक संस्मरण भी साझा किए। अब 26 नवंबर को सभी पदयात्री राजघाट, नई दिल्ली पहुँचेंगे, जहाँ इस ऐतिहासिक पदयात्रा का अंतिम चरण पूर्ण होगा।

