परमपद प्राप्त महासती मंजुलाश्री जी महाराज के पावन जन्मदिवस के अवसर पर मानव मंदिर गुरुकुल एवं आचार्यश्री रूपचन्द्र अनलाइन/नियमित शिक्षण प्रकल्प के छात्रों को पाठ्यसामग्री एवं बैग का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम का प्रारंभ पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री रूपचन्द्र जी महाराज के द्वारा मंगल पाठ से हुआ और पूज्य गुरुदेव जी ने बताया की गुरुकुल की शुरुआत माँ जी ने की थी तथा उन्हें बच्चों से बहुत प्रेम था। वे बच्चों की शिक्षा के प्रति बहुत सजग थीं। इस पावन अवसर पर सभी साध्वी माताओं ने माँ जी के द्वारा शिक्षा के प्रति किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर, 4 साल की उम्र में संस्था में आए डा. गौरव जैन ने बहुत ही भावनात्मक तरीके से बताया की माँ जी बच्चों के प्रति कितना प्रेम रखती थीं और हम सब उन्ही की देख-रेख में शिक्षित और बड़े हुए हैं। कार्यक्रम का संचालन श्री अरुण योगी जी के द्वारा किया गया। योगी जी ने बताया की माँ जी ने केवल दिन में एक समय दुग्ध का आहार लेकर 60000 किलोमीटर की पद यात्रा की। उनका पूरा जीवन शिक्षा और समाज सेवा के प्रति समर्पित था। इस अवसर पर आचार्यश्री रूपचन्द्र अनलाइन/नियमित शिक्षण प्रकल्प के इंचार्ज श्री दिनेश जोशी जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकल्प के माध्यम से बहुत से बच्चों को पहली बार स्कूल जाने का और पढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ है जिसके लिए हम पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री रूपचन्द्र जी महाराज, सभी साध्वी माताओं और श्री योगी जी को धन्यवाद करते हैं। पाठ्यसामग्री एवं बैग का वितरण के बाद सभी बच्चों को प्रसाद ग्रहण कराया गया। पाठ्यसामग्री एवं बैग पाकर बच्चे बहुत ही उत्साहित और प्रसन्न दिखे। इस कार्यक्रम के अवसर पर श्री हरीनाथ तिवारी जी, वेदान्त दुबे जी, मनीष जैन जी, नवीन जैन जी, पंकज, आकाश और गुरुकुल के सभी छात्रों सहित मानव मंदिर मिशन का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
Naman un charno me jo lok kalyan me apna jeewan tyag diye