







“जब ज़मीन तपती है, तो एक जोड़ी जूते सिर्फ़ आराम नहीं, एक नई उम्मीद बन जाते हैं।”
21 अप्रैल 2024 को मानव मंदिर मिशन ट्रस्ट द्वारा सुलतानपुर में 200 ज़रूरतमंद भाइयों-बहनों को जूते वितरित किए गए। इस सुंदर सेवा कार्य में सियावती मेमोरियल ट्रस्ट ने स्थानीय स्तर पर सहयोग और देखरेख की ज़िम्मेदारी निभाई।
तेज़ धूप में नंगे पाँव चलने वालों के चेहरों पर जब एक जोड़ी जूते पहनकर मुस्कान खिली, तो वहाँ सिर्फ़ राहत नहीं, आत्मसम्मान भी लौटा।
ये सेवा सिर्फ़ चीज़ों की नहीं थी, यह दिलों को छूने वाली एक कोशिश थी — किसी के पैरों को नहीं, ज़िंदगी को नया सहारा देने की।
आइए, हम सब भी इस सेवा की प्रेरणा से जुड़ें और किसी की ज़रूरत बनें — क्योंकि किसी का कल बदलना, हमारे आज के एक छोटे से प्रयास से शुरू हो सकता है।