प्रकृति जीवन और जगत में संतुलन स्थापित करती है।
April 12, 2024अहिंसा समाज के लिए सत्वहीन क्यों होती जा रही है।
April 12, 2024शरीर उपस्थित होने वाला अकेला देवता है सूर्य।
April 12, 2024सिर्फ संबंध नहीं, न टूटने वाली संवेदना है मैत्री।
April 12, 2024गलतियां स्वीकार करना सीख लें तो दृष्टि बदल जाएगी।
April 12, 2024अगर वर्तमान सुखमय है तो भविष्य भी आनंददायक ही होगा।
April 12, 2024अहिंसा जीवन-शैली है इसलिए कभी अप्रासंगिक नहीं हो सकती।
April 12, 2024ईश्वर पर नहीं, खुद पर भरोसा रखने वाला होता है आस्तिक।
April 12, 2024