महासती मंजुलाश्री मातृ सेवा के अंतर्गत पिथौरागढ़ (उत्तराखंड) में माताओं का स्वास्थ्य परीक्षण
महासती मंजुलाश्री मातृ सेवा के अंतर्गत पिथौरागढ़ (उत्तराखंड) में वृद्ध माताओं के लिए एक विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में महासती मंजुलाश्री मातृ सेवा द्वारा गोद ली गई सभी वृद्ध माताओं का संपूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। इस कार्य का समन्वय श्रीमती पूजा जी द्वारा किया गया। उन्होंने यह सुनिश्चित…

डिजिटल रूपरेखा
संगठन के भीतर चल रही सभी गतिविधियों, परियोजनाओं और घटनाओं के बारे में “रूप रेखा” नामक एक मासिक पत्रिका भी 1998 से प्रकाशित की जा रही है। इसे हर महीने देश के साथ-साथ देश के बाहर ट्रस्ट से जुड़े सदस्यों को विशेष रूप से निःशुल्क वितरित किया जाता है। वर्तमान में, 6,000 से अधिक ग्राहक इसे हर महीने प्राप्त करते हैं।

सच्चं भयवं
आचार्यश्री रूपचंद्र जी महाराज भारतीय धर्म-दर्शन के विविध आयामों के विद्वतवरेण्य प्रवक्ता हैं। आपका व्यक्तित्व सदानीरा की भांति रसगर्भ है। आपमें एक कवि की संवेदना, संत की करुणा, मनीषी की पारमिता दृष्टि, लोकनायक की उत्प्रेरणा, समन्वय तथा शांति के मसीहा की निर्मल भावना विविध रूपों में मुखरित है। आपकी जीवनधारा में साधना, स्वाध्याय, पदयात्राएं, मनीषियों से सम्पर्क, लोक जीवन में शाश्वत मानवीय मूल्यों के उन्नयन की प्रेरणा, इन सबका समवेत प्रसार तथा विकास होता रहा है।




